तुम बिन नीरस जीवन पथ था, इस जीवन की तुम मुस्कान प्रिये। तुम बिन नीरस जीवन पथ था, इस जीवन की तुम मुस्कान प्रिये।
न मेरे, न तुम्हारे और न हमारी ख्वाहिशों के। ये बच्चे तो हैं बस अपनी फरमाइशों के। न मेरे, न तुम्हारे और न हमारी ख्वाहिशों के। ये बच्चे तो हैं बस अपनी फरमाइशों ...
प्रणय लाली से होठों को रंग दो प्रियतम अब तक इन्हें मैनें । प्रणय लाली से होठों को रंग दो प्रियतम अब तक इन्हें मैनें ।
क्या ख़ूब आज़ादी पाई है। क्या ख़ूब आज़ादी पाई है।
जीवन भर की जमा पूंजी पानी की तरह बहता, जिस का मजा संसार का हर दुःखी इंसान लेता। जीवन भर की जमा पूंजी पानी की तरह बहता, जिस का मजा संसार का हर दुःखी इंसान लेत...